कैसे काम करता है काउंटर-ड्रोन सिस्टम? जो कर रहा है दिल्ली की 'रखवाली'
Ayush Sinha
Sep 7, 2023
जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) से पहले सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है।
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जी-20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा के लिए काउंटर-ड्रोन सिस्टम तैनात किए गए हैं।
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इस सिस्टम में महत्वपूर्ण दूरी से ड्रोन का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने की क्षमता है।
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रक्षा अधिकारी ने बताया कि किसी भी संभावित ड्रोन खतरे से सुरक्षा के लिए इसकी तैनाती हुई।
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भारतीय काउंटर-ड्रोन प्रणाली को डीआरडीओ और सेना द्वारा विकसित किया गया है।
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DRDO और सेना के ड्रोन सिस्टम हवाई खतरों से निपटने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
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इसका उपयोग ये सचेत करने के लिए किया जाता है कि ड्रोन एक निर्दिष्ट चेतावनी क्षेत्र में है।
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ये सिस्टम रडार, ऑप्टिकल और ध्वनिकी सहित कई पहचान तकनीकों का उपयोग करते हैं।
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जी20 सम्मेलन की सुरक्षा को देखते हुए राजधानी दिल्ली की किलाबंदी कर दी गई है।
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