Aug 13, 2024

भारत में अंग्रेजों का पहला कदम

Amit Mandal

व्यापार करने आई थी ईस्ट इंडिया कंपनी

ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी मुख्य रूप से मसालों के व्यापार के उद्देश्य से भारत आई थी। फिर कंपनी ने रेशम, कपास, नील रंग, चाय और अफीम के व्यापार में भी अपनी पकड़ बना ली।

Credit: Wikimedia-Commons/Britannica

कालीकट में वास्को डी गामा का आगमन

20 मई, 1498 को कालीकट में वास्को डी गामा के आगमन ने यूरोप से पूर्वी एशिया के लिए एक समुद्री मार्ग रास्ता मिल गया था।

Credit: Britannica

सूरत बंदरगाह पर पहला कदम

अंग्रेज भारतीय उपमहाद्वीप पर व्यापार करने के उद्देश्य से 24 अगस्त 1608 ई. को सूरत बंदरगाह पर पहला कदम रखा था।

Credit: Wikimedia-Commons/Britannica

थॉमस रो ने सूरत में कारखाना स्थापित किया

7 साल बाद अंग्रेजों को सर थॉमस रो के नेतृत्व में सूरत में एक कारखाना स्थापित करने का आदेश मिला। यहीं से इस कंपनी का सितारा बुलंद होने लगा।

Credit: Wikimedia-Commons/Britannica

अंग्रेजों ने व्यापार फैलाया

अंग्रेजों ने तीन प्रेसीडेंसी शहरों कलकत्ता, बॉम्बे और मद्रास को तेजी से विकसित किया और व्यापार फैलाया।

Credit: Wikimedia-Commons/Britannica

कोलकाता में व्यापार बढ़ाया

कंपनी मुख्य रूप से रेशम, इंडिगो डाई, कपास, चाय और अफीम का व्यापार करती थी। कंपनी ने कोलकाता में एक कारखाना स्थापित करके भारत के पूर्व में मौजूदगी दर्ज कराई।

Credit: Wikimedia-Commons/Britannica

ईस्ट इंडिया कंपनी का भारत पर कब्जा

इसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी ने लगभग भारत के हर हिस्सों पर पकड़ बना ली थी। धीरे-धीरे पूरे भारत पर कंपनी का कब्जा हो गया।

Credit: Wikimedia-Commons/Britannica

1857 का विद्रोह

1857 के विद्रोह के बाद भारत से ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन समाप्त हो गया। लेकिन ब्रिटिश हुकूमत ने पूरे भारत को अपने नियत्रंण में कर लिया। 15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिली।

Credit: Wikimedia-Commons/Britannica

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: देश की पहली वंदे भारत स्लीपर...याद दिला देगी 5 स्टार होटल की

ऐसी और स्टोरीज देखें