Aug 3, 2023

​कौन हैं IPS Mamta Singh? हरियाणा हिंसा में बचाई हजारों लोगों की जान​

Ramanuj Singh

नूंह दंगों के दौरान किया सराहनीय काम

हरियाणा के नूंह जिले में हुई हिंसा के बीच एक मंदिर में बंधकों को छुड़ाने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए IPS अधिकारी ममता सिंह के प्रयास की सराहना हो रही है।

Credit: Twitter/ANI/PTI

​​निडर होकर लोगों की बचाई जान​

आईपीएस ममता सिंह ने निडर होकर पुलिस बल का नेतृत्व किया और नूंह के एक मंदिर बड़ी संख्या में लोग बचने के लिए छुप गए। इन ढाई हजार लोग उन्होंने बचाया।

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​नूंह में ब्रजमंडल यात्रा के दौरान भड़की थी हिंसा​

हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा जिस ब्रजमंडल यात्रा में शुरू हुई वो यात्रा एक किलोमीटर ही आगे बढ़ी थी कि नूंह के खेड़ला गांव में भीड़ ने पथराव और आगजनी शुरू कर दी।

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​​1996 बैच की IPS अधिकारी हैं ममता सिंह​

IPS ममता सिंह 1996 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। जिन्हें प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिला। हरियाणा पुलिस के लिए गौरव की बात है।

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दादा भी थे IPS अधिकारी, एनकाउंटर में हुए थे शहीद

IPS ममता सिंह के दादा घमंडी सिंह आर्य देश के पहले आईपीएस हैं जो एनकाउंटर में शहीद हुए।

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दादा की बहादुरी सुनकर पुलिस सेवा में आईं

IPS ममता सिंह अपने दादा की बहादुरी के किस्से सुनते हुए बड़ी हुईं। पुलिस सेवा में जाना पसंद किया।

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नक्सल प्रभावित इलाकों में भी किया काम

ममता सिंह एक आईपीएस की तौर पर छत्तीसगढ़ और झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों में काफी काम किया।

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राष्ट्रपति पुरस्कार से भी हुईं सम्मानित

IPS ममता सिंह को उनके अच्छे कार्यों के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। IPS ममता सिंह राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में डीजीपी रह चुकी हैं।

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जॉब करते हुए LLB की पढ़ाई कीं, पति भी हैं IPS

IPS ममता सिंह आईपीएस बनने के बाद भी पढ़ाई जारी रखीं। वह एलएलबी समेत कई डिप्लॉमा कोर्सेस भी कर चुकी हैं। IPS ममता सिंह के पति आईपीएस अधिकारी हैं।

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