Apr 25, 2024
सुना है आज समंदर को बड़ा गुमान आया है, उधर ही ले चलो कश्ती जहां तूफान आया है।
Credit: Pexels
वो छोटी-छोटी उड़ानों पे गुरूर नहीं करता, जो परिंदा अपने लिए आसमान ढूंढता है।
Credit: Pexels
चले चलिए कि चलना ही दलील-ए-कामरानी है, जो थक कर बैठ जाते हैं वो मंज़िल पा नहीं सकते।
Credit: Pexels
मिल सके जो आसानी से उसकी ख्वाहिश किसे है, जिद्द तो उसकी है जो मुकद्दर में लिखा ही नहीं है।
Credit: Pexels
झूठ बोलकर तो मैं भी दरिया पार कर जाता, डुबो दिया मुझे सच बोलने की आदत ने...।
Credit: Pexels
कोई चराग़ जलाता नहीं सलीक़े से,मगर सभी को शिकायत हवा से होती है।
Credit: Pexels
एक आंसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है, तुम ने देखा नहीं आंखों का समुंदर होना।
Credit: Pexels
मेरे बारे में कोई राय मत बनाना ग़ालिब, मेरा वक्त भी बदलेगा तेरी राय भी...!
Credit: Pexels
रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ाइल, जब आंख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है।
Credit: Pexels
Thanks For Reading!