Jun 9, 2024

'पढ़ी है बाप के चेहरे की झुर्रियां हम ने..', पिता पर लिखे ये शेर आंखों में ला देंगे आंसू

Suneet Singh

मुझ को छाँव में रखा और ख़ुद भी वो जलता रहा, मैं ने देखा इक फ़रिश्ता बाप की परछाईं में।

- अज्ञात

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PM को श्राप देने वाला साधु

उन के होने से बख़्त होते हैं, बाप घर के दरख़्त होते हैं।

- अज्ञात

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चिराग पासवान का Kiss

मुझ को थकने नहीं देता ये ज़रूरत का पहाड़, मेरे बच्चे मुझे बूढ़ा नहीं होने देते।

- मेराज फैजाबादी

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अज़ीज़-तर मुझे रखता है वो रग-ए-जाँ से, ये बात सच है मिरा बाप कम नहीं माँ से।

- ताहिर शहीर

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- इफ्तिकार आरिफ

​बेटियां बाप की आंखों में छुपे ख़्वाब को पहचानती हैं, और कोई दूसरा इस ख़्वाब को पढ़ ले तो बुरा मानती हैं।

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हमें पढ़ाओ न रिश्तों की कोई और किताब, पढ़ी है बाप के चेहरे की झुर्रियाँ हम ने।

- मेराज फैज़ाबादी

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मुद्दत के बाद ख़्वाब में आया था मेरा बाप, और उस ने मुझ से इतना कहा ख़ुश रहा करो।

- अब्बास ताबिश

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देर से आने पर वो ख़फ़ा था आख़िर मान गया, आज मैं अपने बाप से मिलने क़ब्रिस्तान गया।

- अफजल खान

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हड्डियाँ बाप की गूदे से हुई हैं ख़ाली, कम से कम अब तो ये बेटे भी कमाने लग जाएँ।

- रऊफ खेर

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