Jan 27, 2023
देवकीनंदनजी भारत के सबसे लोकप्रिय कथा वाचक हैं। इन दिनों बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री और जया किशोरी की खूब चर्चा हो रही है। इसी बीच लोग देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के बारे में गूगल पर सर्च कर रहे हैं।
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देवकीनंदन ठाकुर का जन्म 12 सितम्बर 1978 को उत्तर प्रदेश के मथुरा के ओहावा गाँव में हुआ था।
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कहा जाता है कि मात्र 6 साल की उम्र में वह घर छोड़कर वृंदावन पहुंच गये और ब्रज के रासलीला संस्थान में हिस्सा लिया।
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कहा जाता है कि मात्र 6 साल की उम्र में वह घर छोड़कर वृंदावन पहुंच गये और ब्रज के रासलीला संस्थान में हिस्सा लिया।
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देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज को 2015 में यूपी रत्न पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है।
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कहा जाता है कि 13 साल की उम्र में उन्होंने श्रीमद्भागवतपुराण कंठस्थ कर लिया था और 18 साल की उम्र में दिल्ली के श्रीराममंदिर में श्रीमदभागवत महापुराण सुनाया।
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देवकीनंदन हांगकांग, सिंगापुर, थाईलैंड, मलेशिया, डेनमार्क, स्वीडन, नॉर्वे और हॉलैंड जैसी जगहों में अपने कथाएं सुना चुके हैं।
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महाराज देवकीनंदन विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक हैं। इंटरनेट पर मिली जानकारी के अनुसार, वह एक कथा करने की फीस 10 से 12 लाख लेते हैं।
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श्री ब्राह्मण महासंघ ने देवकीनन्दन ठाकुरजी महाराज को अचार्यिंद्र के पद के साथ सम्मानित किया है। सोशल मीडिया पर भी इनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग है।
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