Dec 21, 2024
फहमी बदायूंनी के 10 शेर: पूछ लेते वो बस मिज़ाज मिरा, कितना आसान था इलाज मिरा
Suneet Singhपरेशाँ है वो झूटा इश्क़ कर के, वफ़ा करने की नौबत आ गई है
ख़ुशी से काँप रही थीं ये उँगलियाँ इतनी, डिलीट हो गया इक शख़्स सेव करने में
काश वो रास्ते में मिल जाए, मुझ को मुँह फेर कर गुज़रना है
मर गया हम को डाँटने वाला, अब शरारत में जी नहीं लगता
टहलते फिर रहे हैं सारे घर में, तिरी ख़ाली जगह को भर रहे हैं
कुछ न कुछ बोलते रहो हम से, चुप रहोगे तो लोग सुन लेंगे
जो कहा वो नहीं किया उस ने, वो किया जो नहीं कहा उस ने
उसे ले कर जो गाड़ी जा चुकी है, मैं शायद उस के नीचे आ रहा हूँ
मैं चुप रहता हूँ इतना बोल कर भी, तू चुप रह कर भी कितना बोलता है
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