Apr 23, 2024

मोहब्बत को अंजाम तक पहुंचाने का हौसला देते हैं कुमार विश्वास के ये 10 शेर

रितु राज

हारे दिल पर अधिकार कैसा

पनाहों में जो आया हो तो उस पर वार क्या करना ,जो दिल हारा हुआ वोहा पे फिर अधिकार क्या करना, मुहब्बत का मजा तो डूबने की कशमकश में है, ग़ैर मालूम गहराई तो दरिया पार क्या करना।

Credit: Instagram

स्वंय से दूर

स्वंय से दूर हो तुम भी, स्वंय से दूर है हम भी,बहुत प्रसिद्ध हो तुम भी, बहुत प्रसिद्ध हो हम भी,बड़े मगरूर हो तुम भी, बड़े मगरूर हो हम भी, अतः मजबूर हो तुम भी, अतः अनुपालन है हम भी।

Credit: Instagram

नज़र में शोखिया

नज़र में शोखिया लब पर मुहब्बत का तराना है,मेरी उम्मीद की जद में अभी सारा जमाना है,कई जीत है दिल के देश पर मालूम है मुझकों, सिकन्दर हूं मुझे इक रोज़ खाली हाथ जाना है।

Credit: Instagram

उम्मीदों का फटा पैरहन

उम्मीदों का फटा पैरहन,रोज़-रोज़ सिलना पड़ता है,तुम से मिलने की कोशिश में, किस-किस से मिलना पड़ता है।

Credit: Instagram

आखों के मंजर

बदलने को तो इन आखों के मंजर काम नहीं बदले, तुम्हारी याद के मौसम हमारे ग़म नहीं बदले, तुम अगले जन्म में हम से मिलोगी तब तो मानोगी, ज़माने और सदी की इस बदल में हम नहीं बदले।

Credit: Instagram

मुसाफिर

उसी की तरह मुझे सारा ज़माना चाहे, वो मेरा होने से ज्यादा मुझे पाना चाहे, मेरी पलकों से फिसल जाता है चेहरा तेरा, ये मुसाफिर हो कोई ठिकाना चाहे।

Credit: Instagram

कश्ती में भंवर

घर से निकला हूं तो निकला है घर भी साथ मेरे,देखना ये है कि मंजिल पे कौन पहुँचेगा,मेरी कश्ती में भँवर बाँध के दुनिया ख़ुश है, दुनिया देखेगी कि साहिल पे कौन पहुंचेगा।

Credit: Instagram

मेरे जीने मरने में

मेरे जीने मरने में, तुम्हारा नाम आएगा, मैं सांस रोक लू फिर भी, यही इलज़ाम आएगा, हर एक धड़कन में जब तुम हो, तो फिर अपराध क्या मेरा,अगर राधा पुकारेंगी, तो घनश्याम आएगा।

Credit: Instagram

जमाने भर में रुसवा

यह चादर सुख की मोल क्यू, सदा छोटी बनाता है, सीरा कोई भी थामो, दूसरा खुद छुट जाता है, तुम्हारे साथ था तो मैं, जमाने भर में रुसवा था, मगर अब तुम नहीं हो तो, ज़माना साथ गाता है।

Credit: Instagram

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: सादगी में जया किशोरी को मात देती हैं देवी चित्रलेखा, कमाल है सूट का कलेक्शन

ऐसी और स्टोरीज देखें