Jan 8, 2025
लखनऊ में यूं तो अवधी भाषा बोली जाती है लेकिन उर्दू के कुछ शब्द यहां की बोलचाल का जरूरी हिस्सा हैं।
Credit: Pexels
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किसी से बातचीत करने को उर्दू में गुफ्तगू करना कहते हैं।
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उर्दू शब्द तशरीफ फारसी के शराफ से बना है। शराफ का मतलब सम्मान होता है। तशरीफ का इस्तेमाल सम्मानपूर्वक किसी को बुलाने के लिए किया जाता है।
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इस शब्द का इस्तेमाल किसी का हालचाल जानने के लिए किया जाता है।
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नोश फरमाना शब्द का इस्तेमाला किसी को कुछ खाने के लिए आग्रह करने के लिए किया जाता है।
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लखनऊ में इस शब्द का इस्तेमाल खूब होता है। इसका हिंद अर्थ है बेहद स्वादिष्ट।
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रुख़सत का मतलब होता है विदा लेना। अग्रेजी के farewell के लिए भी रुख़सत का इस्तेमाल किया जाता है।
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इस शब्द का मतलब होता है औपचारिकता। अंग्रेजी में इसे Formality करना कहते हैं।
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