Jan 28, 2023
राष्ट्रपति भवन में स्थित मुगल गार्डन का नाम बदला दिया गया। राष्ट्रपति भवन के तमान गार्डन अब अमृत उद्यान के नाम से जाने जाएंगे।
Credit: Timesnow Hindi
मुगल गार्डन का इतिहास लगभग 93 साल पुराना है। साल 1928 में बनकर तैयार हुआ था। इससे सर एडविन लुटियंस ने डिजाइन किया था।
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राष्ट्रपति भवन को पहले वायसरॉय हाउस कहा जाता था। हालांकि, आजादी के बाद इसका नाम बदल दिया।
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मुगल गार्डन 15 एकड़ में फैला हुआ है। इस भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने इसे आम लोगों के लिए खोला था।
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मुगल गार्डन से पहले वायसराय हाउस में फूलों का खास गार्डन बनाया था। हालांकि, तत्कालीन वायसराय लॉर्ड हार्डिंगे की पत्नी को ये पसंद नहीं आया था।
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मुगल गार्डन में 250 से अधिक गुलाब की प्रजाति है। इस कारण ये दुनिया का सबसे खास रोज गार्डन है।
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गार्डन के लॉन में दूब घास है, जो कलकत्ता से लाई गई है। वहीं, यहां पर दुर्लभ प्रजाति का हरा गुलाब भी है।
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मुगल गार्डन में छह कमल के शेप के फव्वारे हैं। इसकी हाइट 12 फीट तक है। पर्यटकों के ये बेहद पसंद आता है।
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मुगल गार्डन को चार हिस्सों में बांटा गया है। चतुर्भुजकार उद्यान, लंबा उद्यान, पर्दा उद्यान और वृत्ताकार उद्यान।
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