Apr 20, 2024
हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी, जिस को भी देखना हो कई बार देखना।
Credit: facebook
एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक, जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा।
Credit: facebook
धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो, ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो।
Credit: facebook
दुश्मनी लाख सही ख़त्म न कीजे रिश्ता, दिल मिले या न मिले हाथ मिलाते रहिए।
Credit: facebook
दुनिया जिसे कहते हैं जादू का खिलौना है, मिल जाए तो मिट्टी है खो जाए तो सोना है।
Credit: facebook
बच्चों के छोटे हाथों को चाँद सितारे छूने दो, चार किताबें पढ़ कर ये भी हम जैसे हो जाएँगे।
Credit: facebook
तुम से छूट कर भी तुम्हें भूलना आसान न था, तुम को ही याद किया तुम को भुलाने के लिए।
Credit: facebook
उस के दुश्मन हैं बहुत आदमी अच्छा होगा, वो भी मेरी ही तरह शहर में तन्हा होगा।
Credit: facebook
अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं, रुख़ हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं।
Credit: facebook
Thanks For Reading!