Dec 22, 2024
साहिर लुधियानवी के 10 मशहूर शेर: ज़मीं सख़्त है आसमां दूर है, बसर हो सके तो बसर कीजिए
Suneet Singhवो अफ़्साना जिसेअंजाम तक लाना न हो मुमकिन, उसे इक ख़ूब-सूरत मोड़ दे कर छोड़ना अच्छा
कभी ख़ुद पेकभी हालात पे रोना आया, बात निकली तो हर इक बात पे रोना आया
हम ग़म-ज़दाहैं लाएं कहां से ख़ुशी के गीत, देंगे वही जो पाएंगे इस ज़िंदगी से हम
अपनी तबाहियोंका मुझे कोई ग़म नहीं, तुम ने किसी के साथ मोहब्बत निभा तो दी
ले दे के अपनेपास फ़क़त इक नज़र तो है, क्यूं देखें ज़िंदगी को किसी की नज़र से हम
बर्बादियों का सोगमनाना फ़ुज़ूल था, बर्बादियों का जश्न मनाता चला गया
माना कि इस ज़मींको न गुलज़ार कर सके, कुछ ख़ार कम तो कर गए गुज़रे जिधर से हम
वैसे तो तुम्हींने मुझे बरबाद किया है, इल्ज़ाम किसी और के सर जाए तो अच्छा
संसार की हरशय का इतना ही फ़साना है, इक धुंद से आना है इक धुंद में जाना है
Thanks For Reading!
Next: प्लेन साड़ी के भी बढ़ जाएंगे दाम, जब पहनेंगी ऐसे Ajrakh Blouse, डिजाइन देख मचल उठेगा मन
Find out More