Oct 15, 2024

सीधे दिल में उतरते हैं चांद पर लिखे ये चुनिंदा शेर, प्यार के इजहार के लिए हैं परफेक्ट

Suneet Singh

वो चांद कह के गया था कि आज निकलेगा, तो इंतिज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं

- फरहत एहसास

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Best Purnima chand shayari

इक दीवार पे चांद टिका था, मैं ये समझा तुम बैठे हो

- बशीर भद्र

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रात को रोज डूब जाता है, चांद को तैरना सिखाना है

- बेदिल हैदरी

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बेचैन इस क़दर था कि सोया न रात भर, पलकों से लिख रहा था तिरा नाम चाँद पर

- अज्ञात

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सूरज डूबा निकला चांद, छत पर आया मेरा चांद

- अहमर जलेसरी

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बे-सबब मुस्कुरा रहा है चांद, कोई साजिश छुपा रहा है चांद

- गुलजार

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रात के शायद एक बजे हैं..सोता होगा मेरा चांद

-परवीन शाकिर

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उस के चेहरे की चमक के सामने सादा लगा, आसमाँ पे चाँद पूरा था मगर आधा लगा

उस के चेहरे की चमक के सामने सादा लगा, आसमाँ पे चाँद पूरा था मगर आधा लगा - इफ़्तिख़ार नसीम

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कल चौदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा तिरा, कुछ ने कहा ये चाँद है कुछ ने कहा चेहरा तिरा

कल चौदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा तिरा, कुछ ने कहा ये चाँद है कुछ ने कहा चेहरा तिरा इब्न-ए-इंशा

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