Feb 4, 2023

मोरारी बापू की इन बातों पर करें अमल, दुश्मन भी बन जाएंगे दोस्त

ललित राय

विवेक, बुद्धि का पहला लक्षण

मोरारी बापू अपनी सभी कथाओं में इस बात का जिक्र करते हैं कि अगर आप मुश्किल में हों तो भी विवेकशून्य ना हों।

Credit: chitrakutdhamtalgajarda-org

वैराग्य, दूसरा लक्षण

रामकथा में वो बताते हैं कि वैराग्य, बुद्धि का दूसरा लक्षण है। वो कहते हैं कि इसका अर्थ यह नहीं कि आप अपने कर्तव्य का पालन ना करें।

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शांति, तीसरा लक्षण

मोरारी बापू के अनुसार बुद्धि का तीसरा लक्षण शांति है, वो कहते हैं कि जब बौखलाहट में आप कुछ करते हैं तो नुकसान दूसरों के साथ खुद का करते हैं।

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संतोष, चौथा लक्षण

मोरारी बापू कहते हैं कि संतोष होना चाहिए। आप जिस किसी भी फील्ड में काम कर रहे हों अपना शत प्रतिशत देते हुए आगे बढ़ना चाहिए

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क्षमा, पांचवां लक्षण

कथावाचक मोरारी बापू कहते हैं कि अगर आप को क्षमा करने आता है तो इसका अर्थ यह है कि आप इस बात को समझते हैं सामने वाला नादान है।

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भारत के मशहूर कथावाचक

मोरारी बापू की गिनती भारत के मशहूर राम कथा वाचक में की जाती है। वो सहज तरीके से गूढ़ बातों को लोगों तक पहुंचाते हैं।

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गुजरात के रहने वाले

वैसे तो मोरारी बापू का संबंध गुजरात राज्य से है। लेकिन वो कहते हैं रामकथा की महिमा का किसी खास इलाके से क्या संबंध। राम नाम का प्रसार ही उनका मकसद है।

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रामचरित मानस आदर्श कृति

रामचरित मानस की खासियत बताते हुए वो कहते हैं कि यह संपूर्ण समाज में व्याप्त है। अगर कोई गलत तरीके से व्याख्या करता है तो उसे खुद सोचना चाहिए कि क्या कर रहा है।

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