Jan 3, 2025
आसमान में होने वाली उल्का बौछार आम लोगों से लेकर खगोलविदों तक हर किसी को आश्चर्यचकित करती है।
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उल्का बौछार तब होती है जब पृथ्वी किसी धूमकेतु से छोड़े गए अंतरिक्ष मलबे से गुजरती है।
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खगोलविद ऐसी खगोलीय घटनाओं का इंतजार करते हैं जिन्हें देखना काफी दिलचस्प होता है।
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इस साल की पहली उल्का बरसात 16 जनवरी तक दिखाई देगी, लेकिन 3 और 4 जनवरी को उल्का बौछार अपने पीक पर होगी।
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साल 2025 की शुरुआत क्वाड्रेंटिड्स उल्का बौछार से हो रही है जिसके लिए 2003 EH1 नामक एस्टेरॉयड जिम्मेदार है।
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उल्का बौछार देखने के लिए रात के समय किसी ऐसी जगह पर जाएं जहां से आसमान एकदम साफ दिखाई दे रहा है।
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खगोलविदों के अनुमान के मुताबिक, क्वाड्रेंटिड्स उल्का बौछार पीक समय पर एक घंटे में 80-120 दिखाई दे सकती हैं। यह उल्काएं तड़के सुबह नजर आएंगी।
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भारत में उल्का बौछार गुरुवार और शुक्रवार के दरमियां आसमान में तड़के दिखाई देंगी।
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