Dec 26, 2024
ब्रह्मांड में मौजूद असंख्य आकाशगंगाओं में से एक मिल्की वे आकाशगंगा के एक ग्रह पृथ्वी में आप और हम रहते हैं।
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आकाशगंगा सितारों, गैस, धूल और ग्रहों का एक बड़ा समूह है और गुरुत्वाकर्षण की वजह से यह तमाम वस्तुएं आपस में बंधी हुई हैं।
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लेकिन क्या आप जानते हैं कि आकाशगंगा के केंद्र में क्या कुछ मौजूद है? यह सवाल अक्सर पूछा जाता है।
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हमारी मिल्की वे आकाशगंगा के केंद्र में एक सुपरमैसिव ब्लैक होल मौजूद है जिसे सैजिटेरियस ए* (Sagittarius A*) कहा जाता है।
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इसी बात से आप समझ गए होंगे कि मिल्की वे के केंद्र पर जाना चुनौतीपूर्ण काम है, क्योंकि ब्लैक होल अपने पास आने वाली तमाम चीजों को निगल लेता है। चाहे वह सूर्य या उससे कई गुना ज्यादा बड़ा तारा क्यों न हो।
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बकौल नासा, पृथ्वी से सैजिटेरियस ए* ब्लैक होल लगभग 26,000 प्रकाश वर्ष दूर है। अगर कोई विमान प्रकाश की गति से जाने में कभी सक्षम हो पाया तो सैजिटेरियस ए* तक पहुंचने में 26,000 वर्ष लगेंगे, लेकिन फिलहाल यह असंभव लगता है।
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हमारी आकाशगंगा एक स्पाइरल गैलेक्सी है और उसका व्यास लगभग एक लाख प्रकाश है यानी मिल्की वे के एक छोर से दूसरे छोर की दूरी एक लाख प्रकाश वर्ष है।
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