Nov 12, 2024
आज रात को आसमान टॉरिड उल्का बारिश से जगमग होने वाला है।
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टॉरिड उल्का बौछार एक खगोलीय घटना है जिसमें पृथ्वी के वायुमंडल में धूमकेतु के छोटे-छोटे कण टकराते हैं। किस्से-कहानियों में इन्हें 'टूटते हुए तारे' बताया जाता है।
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टॉरिट्स उल्का बौछार नवंबर माह में अपने चरम पर हैं। पहले दक्षिणी टॉरिट्स उल्का बौछार दिखाई दी और अब उत्तरी टॉरिट्स उल्का बौछार जारी है।
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उत्तरी टॉरिट्स उल्का बौछार 11-12 नवंबर को अपने चरम पर रहेगी। हालांकि, इसे 2 दिसंबर तक देखा जा सकेगा।
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उत्तरी टॉरिट्स उल्का बौछार आज रात को अपने चरम पर होगी जिसकी वजह से दुनियाभर में रात के समय 'उल्कापिंड' दिखाई देंगे।
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नॉर्थ और साउथ दोनों उल्काएं लंबे समय तक सक्रिय रहती हैं। ऐसे में प्रति घंटे लगभग पांच उल्काएं आसमान को रोशन करती हुई दिखाई दे सकती हैं।
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उल्का बौछार देखने के लिए रात के समय किसी ऐसे स्थान पर जाइये जहां से आसमान साफ-साफ दिखाई दें। हालांकि, आपको दूरबीन की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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