Sep 10, 2024

ब्रह्मांड का खूंखार 'नरक ग्रह'! हवा में लोहे के कण और तापमान 2000 डिग्री के पार

Anurag Gupta

चरम मौसम

WASP-76b नामक एक्सोप्लैनेट सबसे चरम ग्रहों में से एक है। जिसका दिन के समय तापमान 2,000 डिग्री से अधिक होता है।

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हवा में लोहे की मात्रा ज्यादा

WASP-76b का मौसम बेहद विचित्र है और शोधकर्ताओं ने पाया कि हवा में आयरन की मात्रा ज्यादा है। इसी मौसम की वजह से इसे 'नरक ग्रह' कहा जा रहा है।

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कहां स्थित है WASP-76b?

WASP-76b पृथ्वी से लगभग 640 प्रकाश वर्ष दूर मीन तारामंडल में स्थित है। इसे साल 2013 में खोजा गया था।

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ग्रह पर होती है लोहे की बारिश

इस ग्रह पर दिन के समय 2,000 डिग्री से ज्यादा तापमान होने की वजह से धातु वाष्पित हो जाते हैं और रात में लोहे की बारिश होती है।

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लोहे की बारिश और इंद्रधनुष

WASP-76b विज्ञानियों को काफी लुभाता है। बीते हुए अप्रैल माह में तो यहां पर इंद्रधनुष भी देखा गया था।

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एक्सोप्लैनेट क्या हैं?

हमारे सौरमंडल के बाहर मौजूद ग्रहों को एक्सोप्लैनेट कहा जाता है, जो अपने तारों की परिक्रमा करते हैं।

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अबतक कितने एक्सोप्लैनेट खोजे गए?

90 के दशक में पहली बार एक्सोप्लैनेट की खोज हुई और तब से लेकर अबतक 5200 से अधिक एक्सोप्लैनेट खोजे जा चुके हैं।

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