अमरनाथ यात्रा पर होते हैं साक्षात गौरी-शंकर के दर्शन, जान लें रोचक बातें

Jul 8, 2023

अवनि बागरोला

सावन

शिव सिद्ध सावन का पावन महीना चल रहा है, इस साल सावन मास 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक रहेगा।

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अमरनाथ यात्रा

सावन शुरू होने से पहले ही बाबा अमरनाथ की यात्रा का शुभांरभ भी हो गया था। सनातन धर्म में इस यात्रा को बहुत गहरी मान्यता प्राप्त है।

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लाखों भक्त करते हैं यात्रा

अमरनाथ की सिद्ध यात्रा करने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु कठिन सफर तय करते हैं।

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यात्रा का रहस्य

अमरनाथ की यात्रा पर गए भक्तों को भोले की भक्ती के अलग अलग रूप देखने को मिलते हैं। कईयों का मानना है कि, कैलाश की गोद में बसी इस जगह पर स्वयं गौरी शंकर हैं।

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अमर होने का सार

अमरनाथ की गुफा में बैठकर ही भगवान शिव ने माता पार्वती को सृजन और अमरता का सार समझाया था।

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कबूतर की कहानी

मान्यता है कि, जब शंकर जी कथा का पाठ कर रहे थे, तब माता के अलावा कबूतरों के एक जोड़े ने भी उनकी बातें सुन ली थी।

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कबूतर हुए अमर

कबूतरों के कहानी सुन लेने की बात पर शिव जी बहुत नाराज हुए लेकिन ये कहने पर उन्हें जिंदा छोड़ दिया कि, अगर वो चले गए तो कहानी की कभी कथा नहीं बनेगी।

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आज भी दिखता है जोड़ा

यही कहानी सुन वो सफेद कबूतरों का जोड़ा अमर हो गया। माना जाता है कि, यही कबूतर साक्षात शिव पार्वती हैं।

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पूर्णिमा का महत्व

अमरनाथ यात्रा पर पूर्णिमा की रात वाले समय में गुफा में आज भी ये कबूतर आते हैं, और जो उन्हें देख लें उनका जीवन सफल हो जाता है।

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