धीरेंद्र शास्त्री से कम पॉपुलर नहीं हैं अनिरुद्ध आचार्य, विवादों से रहा है नाता

Jan 31, 2023

कुलदीप राघव

लोकप्रिय कथा वाचक

स्वामी अनिरुद्ध आचार्य जी महाराज बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की तरह लोकप्रिय कथा वाचक हैं। इनका जन्म 27 सितंबर 1989 में मध्यप्रदेश के दमोह जिले मे रिंवझा नामक गाँव में हुआ।

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कथा में आती है लोगों की भीड़

स्वामी अनिरुद्धाचार्य जी महाराज की कथा और प्रवचन को सुनने के लिए लोगों की भीड़ हजारों की संख्या में आती है और लोग इन्हें बहुत ज्यादा पसंद भी करते हैं।

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बचपन में आए वृंदावन

अनिरुद्ध आचार्य स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद वृंदावन चले गए जहां इन्होंने अपने गुरु संत गिर्राज शास्त्री महाराज से दीक्षा प्राप्त की तथा सनातन धर्म का प्रचार करने लगे।

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वृंदावन में रहते हैं आचार्य

अनिरुद्ध आचा 600 से भी ज्यादा कथाएं देश विदेश में कर चुके है। इन्होंने वृंदावन में गौरी गोपाल वृद्धा आश्रम शुरू किया जहां वृद्ध माताएं अपना जीवन यापन करती हैं।

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विवादों से नाता

अनिरुद्ध आचार्य कई बार कथा में ऐसे बयान दे चुके हैं कि वह लोगों के निशाने पर आ गए। उनका नाम कई बार विवादों में फंस चुका है।

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विवादित बोल

कथा के दौरान अनिरुद्ध आचार्य ने कहा था कि सीता और द्रौपदी ने अति से ज्यादा सुंदर होने के कारण मुसीबत झेली। सीता अति सुंदर होने के कारण रावण के मन में वासना जागी थी और रावण ने उनका हरण किया था।

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कुमार विश्वास ने साधा था निशाना

साधु-संतों ने वृंदावन में अनिरुद्ध आचार्य के खिलाफ तहरीर दी थी, वहीं जाने-माने कवि डॉ. कुमार विश्वास ने भागवताचार्य को अज्ञानी बताया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि यह प्रचंड मूर्खता है।

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आश्रम के बाहर मिले शव

वृंदावन में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के आश्रम के बाहर संदिग्ध हालत में दो महिलाओं के शव मिले थे। लोगों का आरोप है कि दोनों बुजुर्ग महिलाओं को अनिरुद्धाचार्य के आश्रम से बाहर निकाल दिया गया था।

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इस बयान पर मचा घमासान

भागवत कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा था कि लड़कियां पढ़ाई- लिखाई के बाद सिनेमाघरों में फिल्में देखने जाती हैं इसलिए उनके टुकड़े-टुकड़े होते है। बेटियों को पढ़ाने-लिखाने के साथ संस्कारी भी बनाना जरूरी है।

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