Ganesh Chaturthi 2023: दूर्वा के बिना गणेश जी की पूजा है अधूरी, जानें इसका कारण

Jayanti Jha

Sep 14, 2023

हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार गणेश भगवान की पूजा में दूर्वा का बहुत महत्व है।

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​गणेश चतुर्थी​

धार्मिक मान्यता के अनुसार भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का जन्म हुआ था। इस बार 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी है।

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दूर्वा एक प्रकार की घास होती है, जिसे दूब, अमृता, अनंता,के नाम से भी जाना जाता है।

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भगवान गणेश जी को 21 दूर्वा की गाठें 21 बार चढ़ाई जाती है।

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​21 दूर्वा​

पौराणिक कथा के अनुसार एक बार कश्यप ऋषि ने गणेश जी की ताप को शांत करने के लिए उन्हें 21 दूर्वा खाने के लिए दिया था।

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​ दूर्वा घास​

भगवान गणेश इससे बहुत ही प्रसन्न होते है और दूर्वा घास अर्पित करने वाले को मनचाहा वरदान प्राप्त होता है।

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गणेश जी को अर्पित करने के लिए हमेशा साफ जगह से ही दूर्वा घास तोड़ना चाहिए।

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दूर्वा घास का जोड़ा बनाकर गणेश जी को चढ़ाय जाता है आप 11 या 21 घास का जोड़ा बना सकते हैं।

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दूर्वा चढ़ाते समय गणेश जी के मंत्रों का जाप करना चाहिए।

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Ganesh Chaturthi 2023: Worship of Lord Ganesha is incomplete without Durva, know the reason for this