Apr 12, 2025
Laveena Sharmaकहा जाता है कि भगवान श्री राम ने जल समाधि ले ली थी। लेकिन भगवान हनुमान इसके बिल्कुल भी पक्ष में नहीं थे और उन्होंने कहा था कि अगर राम जी ऐसा करेंगे तो वो भी उनके साथ जल समाधि ले लेंगे।
Credit: pinterest.com
श्री राम जी चाहते थे कि हनुमान जी धरती पर ही रहें। इसके लिए उन्होंने हनुमान जी को किसी कार्य में उलझाने का सोचा।
Credit: pinterest.com
राम जी ने हनुमान जी से उनकी अंगूठी खो जाने का बहाना बनाया और हनुमान जी अपने प्रभु श्री राम की अंगूठी ढूंढने में व्यस्त हो गए।
Credit: pinterest.com
हनुमान जी अंगूठी ढूंढते हुए नागलोक तक पहुंच गए। तब वासुकी जी ने उन्हें ढेरों अंगूठियां दिखाई। जहां कि हर दूसरी अंगूठी पर श्री राम लिखा हुआ था। जिसे देखकर हनुमान जी समझ गए कि प्रभु ने यह सब जानबूझ कर किया है।
Credit: pinterest.com
हनुमान जी को उदास देखकर नागराज वासुकी ने समझाया कि श्री राम जी को यह संसार छोड़कर अब वैकुंठ जाना था और अब तक वह अपना शरीर त्याग चुके होंगे।
Credit: pinterest.com
कहा जाता है कि इसके बाद हनुमान जी किंपुरुष चले गए। श्रीमद्भागवतम् में भी इस बात का जिक्र किया गया है कि हनुमान जी किंगुरुष लोक में रहते हैं जो स्वर्ग के ही समान है।
Credit: pinterest.com
कहा जाता है कि भगवान हनुमान अभी भी जीवित हैं और वो हिमालय में ही कहीं भगवान राम के नाम का जप कर रहे हैं।
Credit: pinterest.com
कहा ये भी जाता है कि भगवान हनुमान भगवान राम के अवतार के पृथ्वी पर वापस आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
Credit: pinterest.com
कहा जाता है कि जब संसार में दैवीय हस्तक्षेप की सख्त जरूरत होगी तब वे प्रकट हो जाएंगे। ऐसा माना जाता है कि जब भगवान विष्णु अपना कल्कि अवतार लेंगे तब हनुमान जी फिर से प्रकट हो जाएंगे।
Credit: pinterest.com
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स