Dec 26, 2022

2023 में 30 नहीं 59 दिन का होगा सावन महीना, 19 साल बाद बना अद्भुत संयोग

लवीना शर्मा

शिव भक्तों के लिए खास होता है सावन

सावन का महीना बेहद पवित्र माना जाता है। ये महीना शिव भक्तों के लिए बेहद खास होता है।

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2023 में 19 साल बाद बना अद्भुत संयोग

2023 में बेहद अद्भुत संयोग बनने जा रहा है। इस बार सावन एक नहीं बल्कि दो महीने रहने वाला है।

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शिव भक्तों के लिए खास मौका

शिव भक्तों के लिए ये अद्भुत संयोग बेहद खास रहेगा। क्योंकि उन्हें शिव की भक्ति के लिए सावन के दो महीने मिलेंगे।

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क्यों 59 दिन का होगा सावन महीना

दरअसल साल 2023 में पुरुषोत्तम महीना पड़ने के कारण यह स्थिति पैदा होगी। जिसके चलते सावन का महीना 30 दिन की बजाय 59 दिन का होगा।

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इस साल लगेगा अधिक मास

दरअसल, पुरुषोत्‍तम महीना या अधिक मास जिस महीने के साथ जुड़कर आता है, वो महीना बढ़कर 2 महीने का हो जाता है। इस बार ये सावन महीने में आ रहा है।

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इसलिए पड़ता है अधिक मास

हर साल हिंदू वर्ष में तिथियां घटने-बढ़ने से एक साल में 11 दिन घट जाते हैं। इस तरह से 3 साल में इन घटे हुए दिनों की संख्‍या 30 से 33 हो जाती है और इसे एडजस्‍ट करने के लिए अधिक मास पड़ता है। ये हर तीसरे साल में पड़ता है।

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अधिक मास कब से कब तक रहेगा

2023 में पुरुषोत्‍तम मास 18 जुलाई 2023 से 16 अगस्‍त 2023 तक रहेगा। इस कारण सावन का महीना 4 जुलाई से 31 अगस्‍त तक रहेगा।

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इससे पहले कब बना था ऐसा संयोग

इससे पहले 2004 में सावन महीने में अधिक मास लगा था। अब 2023 के बाद साल 2042 में ऐसा होगा।

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अधिक मास में ये कार्य वर्जित

अधिक मास को मलमास भी कहा जाता है। इस मास में शुभ कार्य जैसे विवाह, नया व्यवसाय प्रारंभ करना, भवन निर्माण अर्थात सभी शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है।

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अधिक मास को लेकर पौराणिक मान्यता

पौराणिक कथा अनुसार हिरण्यकश्यप को वरदान था कि वह 12 मास में से किसी भी मास में नहीं मरेगा। जिस कारण भगवान विष्णु ने श्री नृसिंह अवतार के लिए 13 वां अधिक मास बनाया और इसी अधिकमास में हिरण्यकश्यप का वध किया था।

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अधिक मास में क्या करना चाहिए

इस अधिक मास में दान पुण्य व तपस्या करना फलदायी साबित होता है। ईश्वर की भक्ति के लिए ये मास बेहद शुभ होता है।

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