Jan 2, 2025
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कुंभ मेला भारत के चार प्रमुख तीर्थ स्थलों पर आयोजित होता है। प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक।
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कुंभ मेला कहां आयोजित होगा। यह निर्णय खगोल विज्ञान, ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं के आधार पर किया जाता है। मुख्य रूप से कुंभ मेला का स्थान तय करने में सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति ग्रहों की स्थिति महत्वपूर्ण होती है।
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जब सूर्य और चंद्रमा मकर राशि में होते हैं और बृहस्पति वृषभ राशि में होता है, तब कुंभ मेला प्रयागराज में आयोजित होता है।
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जब सूर्य मेष राशि और बृहस्पति कुंभ राशि में होता है, तो कुंभ मेला हरिद्वार में आयोजित होता है।
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जब सूर्य सिंह राशि और बृहस्पति ग्रह भी सिंह राशि में होते हैं, तो कुंभ मेला उज्जैन में होता है।
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आखिर में जब, सूर्य सिंह राशि और बृहस्पति सिंह या कर्क राशि में होता है, तब कुंभ मेला नासिक में आयोजित होता है।
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कुंभ मेले का आयोजन प्रत्येक 12 वर्षों के अंतराल पर होता है। इस तरह से हर स्थान पर 12 वर्षों में एक बार कुंभ मेला आयोजित होता है।
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