Feb 28, 2023
उत्तर प्रदेश में होली का पर्व विविध रूपों में मनाया जाता है, जिसमें वाराणसी की मसान होली भी विश्वप्रसिद्ध है। रंगभरी एकादशी के दूसरे दिन यह पर्व मनाया जाता है।
Credit: UP-Tourism/Social-Media
काशी में एक अनोखे रंग में होली मनाई जाती है। यहां गुलाल या फूलों से नहीं बल्कि श्मशान की राख से होली खेलते हैं। जिसे ‘मसान होली’ के नाम से जानते हैं।
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काशी में महा-श्मशान कहे जाने वाले मणिकर्णिका घाट पर ‘मसान होली’ का पर्व बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है। भगवान शिव के भक्त यहां चिताओं की राख से होली खेलते हैं।
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डमरू की गूंज के साथ शिव भक्त घाट स्थित मसान नाथ मंदिर में पूजा करते और भगवान को भस्म चढ़ाते हैं और बाद में सब एक दूसरे के भी भस्म लगाकर होली खेलते हैं।
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ऐसी मान्यता है कि रंगभरनी एकादशी के दूसरे दिन भगवान शिव अपने सभी गणों के साथ भक्तों को आशीर्वाद देने मणिकर्णिका घाट पर आते हैं, और गुलाल स्वरूप भस्म से होली खेलते हैं।
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लोगों का मानना है कि रंगभरनी एकादशी के दिन भगवान शिव माता पार्वती का विवाह से बाद गौना कराकर अपने धाम लाए। बाबा ने सभी देवी-देवताओं के साथ होली खेली लेकिन उनके प्रिय गण, भूत-प्रेत, पिशाच, निशाचर, और अदृश्य शक्तियां शामिल नहीं हो पाईं।
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इसके बाद होली खेलने के लिए अगले दिन बाबा मसान घाट पर स्वयं आए। तभी से मसान होली की परंपरा शुरू हुई।
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काशी की मसान होली का आनंद लेने देशभर से लोग काशी पहुंचते हैं। जिस प्रकार बरसाने की होली फेमस है, ठीक वैसे ही काशी की मसान होली फेमस है।
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सुष्मिता सेन की वेबसीरीज आर्या के दूसरे सीजन में मसान होली को दिखाया गया था।
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