Jan 12, 2025
Medha Chawlaकुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन होता है जो किसी पवित्र संगम या नदी के किनारे होता है और जहां मान्यताओं के अनुसार स्नान करने से मनुष्य अपने पापों से मुक्त होता है।
Credit: Canva
2025 के महाकुंभ की बात करे तो ये कुंभ मेला 12 वर्षों के बाद पुनः उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के पावन त्रिवेणी संगम पर लगने जा रहा है।
Credit: Canva
प्रेमानंद गोविंद शरण जिन्हें उनके अनुयायी प्रेमानंद महाराज के नाम से जानते हैं, एक प्रख्यात हिंदू गुरु हैं जो कि राधा-कृष्ण के उपासक हैं। इनके वचन आए दिन सोशल मीडिया पर ट्रेंड करते हैं।
Credit: Canva
प्रेमानंद महाराज ने अभी हाल ही में महाकुंभ आने के 5 लाभ गिनाए कि यहां आने से मनुष्य को क्या फायदे पहुंचते हैं। चलिए जानते हैं वे लाभ क्या हैं।
Credit: Canva
महाकुंभ में पवित्र नदियों (जैसे गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम) में स्नान करने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है तथा उसकी आत्मा की शुद्धि होती है।
Credit: Canva
इस आयोजन में भाग लेने से धार्मिक कार्यों जैसे कि यज्ञ, दान और पूजा जितना ही पुण्य अर्जित किया जा सकता है।
Credit: Canva
महाकुंभ में देश-विदेश से साधु-संत और महात्मा एकत्रित होते हैं, जिनसे ज्ञान और मार्गदर्शन प्राप्त करने का अवसर मिलता है।
Credit: Canva
ये आयोजन भारतीय संस्कृति, परंपरा और धर्म के सजीव रूप का अनोखा प्रस्तुतिकरण करता है जो कि सांस्कृतिक विकास में सहायक होता है।
Credit: Canva
महाकुंभ में ध्यान, सत्संग और धार्मिक कार्यक्रमों से व्यक्ति को मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है।
Credit: Canva
इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं पर आधारित है। timesnowhindi.com इसकी सटीकता या विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं करता है।
Credit: Canva
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स