ऐसा संयोग इससे पहले साल 1997 में पड़ा था जब पाक महीना रमजान दो बार मनाया गया था।
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अब एक साल में दो बार रमजान आने का संयोग 2030 में बनेगा और उसके बाद 2063 में ऐसा होगा।
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सऊदी अरब के एक खगोलशास्त्री ने अपने ट्वीटर के जरिए ये जानकारी दी है।
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सऊदी खगोलशास्त्री अनुसार साल 2030 में रमजान महीना जनवरी में और दिसंबर में पड़ेगा।
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खगोलशास्त्री अनुसार हर 33 साल में रमजान महीना एक साल में दो बार पड़ता है।
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इस्लामिक हिजरी कैलेंडर चंद्र काल पर आधारित है
दरअसल ऐसा इसलिए है क्योंकि इस्लामिक हिजरी कैलेंडर चंद्र काल पर आधारित है, जबकि ग्रेगोरियन कैलेंडर यानी अंग्रेजी कैलेंडर जमीन के चारों ओर सूर्य के घूमने के हिसाब से बना है।
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चंद्र-आधारित वर्ष सौर कैलेंडर से 11 दिन छोटा होता है
ग्रेगोरियन वर्ष में दिनों की संख्या लगभग 365 दिन होती है और हिजरी में दिनों की संख्या लगभग 354 दिन होती है। चंद्र-आधारित वर्ष, सौर कैलेंडर से 11 दिन छोटा होता है।