रामायण में भगवान राम चार ही भाई क्यों थे, सच्‍चा राम भक्‍त ही जानता होगा इसका जवाब

Medha Chawla

Dec 26, 2024

रामायण

रामायण आदिकाल में लिखा गया एक पौराणिक हिंदू धर्म ग्रंथ है जिसकी रचना महर्षि वाल्मीकि ने की थी। रामायण में संस्कृत भाषा में लिखे गए 24000 श्लोक हैं।

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श्रीराम की महिमा

रामायण में भगवान विष्णु के 7वें अवतार मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का सुंदर और अद्भुत चरित्र वर्णन किया गया है।

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क्या आप जानते हैं

भगवान राम चार ही भाई क्यों थे, इसके पीछे की क्या वजह है ? मान्यताओं पर आधारित इसकी असल वजह आप आगे की स्‍लाइड में जान सकते हैं।

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पुरुषार्थ का प्रतीक

ऐसा कहा जाता है कि महाराज दशरथ के चारों पुत्र पुरुषार्थ के चार भागों का प्रतीक थे जो कि धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष हैं।

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पुरुषार्थ क्या है

सनातन हिंदू धर्म के अनुसार पुरुषार्थ एक जीवनशैली है जिसके आधार पर मानव अपना जीवन व्यतीत करता है। पुरुषार्थ ही मानव जीवन का असल उद्देश्य और लक्ष्य है।

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धर्म

भगवान राम को धर्म का प्रतीक माना गया है। धर्म का सही अर्थ है जो आचरण, विचार, उसूल, मूल्य और सिद्धांत धारण करने योग्य हों। भगवान राम धर्म के नायक थे।

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अर्थ

अर्थ का मतलब है समृद्धि और आर्थिक मूल्य यानी ज्ञान, शक्ति, और धन का अर्जन करना। शत्रुघ्न अर्थ का प्रतीक है थे जिन्होंने श्री राम के वनवास के बाद अयोध्या की रक्षा की।

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काम

काम का अर्थ है कामना जिसमें आनंद, प्रेम, और मनोवैज्ञानिक मूल्य आते हैं। लक्ष्मण काम का प्रतीक थे। धर्म की साथ कामना हमेशा संयुक्त रहनी चाहिए इस नाते राम के साथ लक्ष्मण वन गए।

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मोक्ष

मोक्ष का अर्थ है मुक्ति और आध्यात्मिक मूल्य। भरत मोक्ष के प्रतीक थे जिन्होंने 14 वर्षों तक राम की पादुका को पूजा और कठोर तपस्या की।

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नोट

इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं पर आधारित है। timesnowhindi.com इसकी सटीकता या विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं करता है।

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