Jun 19, 2023

कितना पावरफुल था रावण, कैसे मिले इसे 10 सिर

लवीना शर्मा

रावण... दुनिया में इस नाम का दूसरा कोई व्यक्ति नहीं हुआ। क्योंकि रावण तो सिर्फ रावण था।

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रावण एक कुशल राजनीतिज्ञ, अच्छा सेनापति, ब्रह्म ज्ञानी और कई विद्याओं का जानकार था।

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ब्रह्मा से मिला था रावण को ये वरदान

ऐसी मान्यता है कि रावण ने अमृत्व प्राप्ति के लिए भगवान ब्रह्मा की घोर तपस्या की थी। ब्रह्मा ने उसे ये वरदान दिया कि तुम्हारा जीवन नाभि में स्थित रहेगा।

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रावण के माता-पिता

रावण ब्राह्मण पिता और राक्षस माता का पुत्र था। उसके पिता ऋषि विश्वश्रवा थे और माता कैकसी।

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कई शास्त्रों का रचयिता था रावण

रावण ने शिवतांडव स्त्रोत्र की रचना की थी। साथ ही उसने अंक प्रकाश, प्राकृत लंकेश्वर, ऋग्वेद भाष्य, इंद्रजाल, कुमारतंत्र, प्राकृत कामधेनु, रावणीयम, नाड़ी परीक्षा आदि पुस्तकों की रचना भी की थी।

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मायावी था रावण

रावण मायावी शक्तियों का स्वामी था। वो त्रिकालदर्शी था। उसे मालूम हुआ कि प्रभु विष्णु ने ही राम के रूप में अवतार लिया है। तब रावण ने राम से बैर लेने की सोची।

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रावण की पत्नी

रावण ने दिति के पुत्र मय की कन्या मन्दोदरी से विवाह किया था, जो हेमा नामक अप्सरा के गर्भ से उत्पन्न हुई थी।

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कुबेर से छीन ली थी लंका

रावण ने कुबेर को लंका से हटाकर खुद का राज्य कायम किया था। उसने धनपति कुबेर का पुष्पक विमान तक छीन लिया था।

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शिव को प्रसन्न करने के लिए वर्षों की तपस्या

कहा जाता है कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रावण ने वर्षों तक कठोर तप किया लेकिन फिर भी शिव प्रसन्न नहीं हुए।

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शिव को अर्पित कर दिया अपना सिर

भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रावण ने अपना सिर काटकर भोलेनाथ को अर्पित कर दिया, लेकिन फिर भी उसकी मृत्यु नहीं हुई। बल्कि उसकी जगह दूसरा सिर आ गया।

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ऐसे मिले 10 सिर

रावण ने एक-एक करके 9 बार शिव जी को अपना सिर अर्पित किया। जब 10वीं बार वो ऐसा करने लगा तभी शिव जी प्रकट हो गए। रावण की भक्ति से प्रसन्न होकर शिव जी ने उसे दशानन होने का वरदान दिया।

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रावण के 10 सिर से जुड़ी एक अन्य कहानी

कहते हैं रावण के गले में 9 मणियों की माला थी जो उसे उसकी मां कैकसी ने दी थी। मान्यता है यही माला रावण के 10 सिर होने का भ्रम पैदा करती थी।

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ग्रहों तक को कैद करने की थी क्षमता

रावण के पास गजब की शक्तियां थी उसने न सिर्फ देवताओं को परास्त किया था बल्कि अपने बल से सभी नौ ग्रहों को कैद तक कर लिया था।

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