Oct 3, 2022
ये इस साल का पहला ऐसा ग्रहण होगा जो भारत में दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर दिन मंगलवार को लगने जा रहा है।
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यूरोप, अफ्रीका महाद्वीप का उत्तरपूर्वी भाग, एशिया का दक्षिण-पश्चिमी भाग और अटलांटिक
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सूर्य ग्रहण को एक खगोलीय घटना माना जाता है। तीन प्रकार के सूर्य ग्रहण होते हैं पूर्ण सूर्य ग्रहण, आंशिक सूर्य ग्रहण और वलयाकार सूर्य ग्रहण।
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25 अक्टूबर में आंशिक सूर्य ग्रहण लगेगा। ये ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा सूर्य को केवल आंशिक रूप से ही ढकता है यानी कि सूर्य की कुछ रोशनी को ही ढक पाता है।
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इस ग्रहण का सूतक काल लगेगा। धार्मिक मान्यताओं अनुसार जब ग्रहण अपने क्षेत्र में दिखाई दे तो उस ग्रहण का सूतक काल माना जाता है।
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सूर्य ग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से ठीक 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है और इसकी समाप्ति ग्रहण के साथ ही होती है।
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हिंदू पंचांग अनुसार सूर्य ग्रहण कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को तुला राशि में लगेगा।
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वैसे तो इस ग्रहण का सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। लेकिन इससे मुख्य रूप से तुला राशि के जातक प्रभावित होंगे।
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सूर्य ग्रहण के समय सूर्य देव के मंत्रों का जाप करना चाहिए। इसके अलावा नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए गायत्री मंत्र का भी जाप कर सकते हैं।
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