परेशानी होगी दूर, सुबह से लेकर रात तक इन मंत्रों का करें जाप

लवीना शर्मा

Nov 16, 2022

सुबह उठते ही दोनों हथेलियों को देखकर ये मन्त्र बोलें

कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वति। करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम् ।।

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धरती पर पैर रखने से पहले ये मंत्र बोलें

समुद्रवसने देवि पर्वतस्तनमण्डले। विष्णुपंत्नि नमस्तुभ्यं पादस्पर्शं क्षमस्वमे ॥

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मंजन करने से पहले ये मंत्र बोलें

आयुर्बलं यशो वर्च: प्रजा: पशुवसूनि च। ब्रह्म प्रज्ञां च मेधां च त्वं नो देहि वनस्पते।।

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स्नान से पहले ये मंत्र बोलें

गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती। नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु॥

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सूर्य को जल देते समय ये मंत्र बोलें

ॐ भास्कराय विद्महे, महातेजाय धीमहि तन्नो सूर्य:प्रचोदयात

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भोजन से पहले ये मंत्र बोलें

ॐ सह नाववतु, सह नौ भुनक्तु, सह वीर्यं करवावहै। तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

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भोजन के बाद ये मंत्र बोलें

अगस्त्यम कुम्भकर्णम च शनिं च बडवानलनम। भोजनं परिपाकारथ स्मरेत भीमं च पंचमं ।। अन्नाद् भवन्ति भूतानि पर्जन्यादन्नसंभवः। यज्ञाद भवति पर्जन्यो यज्ञः कर्म समुद् भवः।।

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पढ़ाई करने से पहले ये मंत्र बोलें

ॐ श्री सरस्वती शुक्लवर्णां सस्मितां सुमनोहराम्।। कोटिचंद्रप्रभामुष्टपुष्टश्रीयुक्तविग्रहाम्।

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संध्या को पूजा करते समय ये मंत्र बोलें

ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

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रात को सोने से पहले ये मंत्र बोलें

अच्युतं केशवं विष्णुं हरिं सोमं जनार्दनम्। हसं नारायणं कृष्णं जपते दु:स्वप्रशान्तये।

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