सूर्यग्रहण की शुरुआत 20 अप्रैल की सुबह 07:05 से होगी और इसकी समाप्ति दोपहर 12:29 पर होगी।
Credit: iStock
हिंदू पंचांग अनुसार ये सूर्य ग्रहण वैशाख मास की अमावस्या को लगेगा।
Credit: iStock
हाइब्रिड सूर्य ग्रहण कहां दिखाई देगा
ये हाइब्रिड सूर्य ग्रहण या वार्षिक रिंग ऑफ फायर ग्रहण भारतीय और प्रशांत महासागरों में कुछ सेकंड के लिए ही दिखाई देगा।
Credit: iStock
क्या होता है हाइब्रिड सूर्य ग्रहण
ये आंशिक, कुंडलाकार और और पूर्ण सर्य ग्रहण का एक संयोजन होता है जो कुछ सेकंड के लिए ही दिखाई देता है।
Credit: iStock
आसमान में दिखाई देगी 'रिंग ऑफ फायर'
इस सूर्य ग्रहण के समय चंद्रमा की धरती से दूरी न तो ज्यादा होती है और न ही कम। इस अद्भुत सूर्य ग्रहण के समय कुछ सेकंड के लिए एक वलय यानी रिंग जैसी आकृति बनती दिखाई देती है। जिसे ‘अग्नि का वलय’ या रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है।
Credit: iStock
100 साल बाद लग रहा है ऐसा सूर्य ग्रहण
जानकारी अनुसार ऐसा सूर्य ग्रहण 100 साल बाद लगने जा रहा है। 20 अप्रैल को लगने वाले इस हाइब्रिड सूर्य ग्रहण में एक ही दिन में 3 तरह के सूर्य ग्रहण दिखाई देंगे। यानी सूर्य ग्रहण को तीन रूपों आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार में देखा जाएगा।
Credit: iStock
ज्योतिष जानकारों अनुसार साल का पहला सूर्य ग्रहण वृषभ, मिथुन, धनु और मीन राशि वालों के लिए शुभ साबित होगा।