Jul 3, 2023
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथी पारी में 371 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 155 रन की पारी खेली।
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स्टोक्स दुर्भाग्यशाली रहे, शानदार और यादगार पारी खेलने के बावजूद वो टीम को जीत नहीं दिला सके।
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इससे पहले भी कई बार ऐसे मौके आए हैं जब खिलाड़ियों ने बल्ले से धमाल किया लेकिन टीम को जीत की दहलीज पार नहीं करा सके।
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कीवी बल्लेबाज नाथन एस्टल ने साल 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च टेस्ट में 222 रन की आतिशी पारी जीत के लिए 550 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए खेली थी। लेकिन टीम वो जीत नहीं दिला सके। न्यूजीलैंड को 98 रन के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था।
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सचिन तेंदुलकर ने साल 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ चेन्नई टेस्ट की चौथी पारी में पीठ में दर्द के बावजूद 136 रन की यादगार पारी खेली थी लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए थे।
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कुमार संगकारा ने साल 2007 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 192 रन की पारी होबार्ट टेस्ट की चौथी पारी में 507 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए खेली थी। उस मैच में श्रीलंका को 96 रन के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था।
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साल 2011 में डेविड वॉर्नर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ होबार्ट टेस्ट की चौथी पारी में जीत के लिए 241 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए नाबाद 123* रन बनाए थे। दूसरे छोर से उन्हें साथ नहीं मिला और ऑस्ट्रेलिया को 7 रन के अंतर से हार का मुंह देखना पड़ा।
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विराट कोहली ने साल 2014 में अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथी पारी में 364 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 141 रन की पारी खेली थी। लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए।
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साल 2014 में मोईन अली ने श्रीलंका के खिलाफ हेडिग्ले टेस्ट की चौथी पारी में नाबाद 108* रन बनाए थे। जीत के लिए इंग्लैंड को 350 रन बनाने थे लेकिन पूरी टीम 249 रन पर ढेर हो गई। मोईन के अलावा और कोई बल्लेबाज नहीं चला।
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बेन स्टोक्स ने साल 2013 में पर्थ में खेले गए टेस्ट मैच की चौथी पारी में 120 रन की पारी 504 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए खेली थी लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए थे।
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