Feb 09, 2025
प्राचीन समय में राजा-महाराजा यात्रा के लिए काले घोड़े का चयन करते थे। इसके पीछे कई कारण थे जिसे आज हम समझने की कोशिश करते हैं।
Credit: Istock
काले घोड़ों की एक बड़ी विशेषता ये थी कि ये पुराने समय में शाही व्यक्तियों की शान के लिए बहुत आकर्षक हुआ करते थे।
Credit: Istock
काले घोड़े प्रतिष्ठा के साथ-साथ शक्ति की भी प्रतीक हुआ करते थे। इन्हें रॉयल्टी का प्रतीक माना जाता था।
Credit: Istock
काले घोड़े का सौंदर्य और आकर्षण उसे अन्य घोड़ों की तुलना में अलग बनाता है। शाही यात्रा के दौरान काले घोड़ों पर सवार होना गर्व की बात हुआ करती थी।
Credit: Istock
काले घोड़े को शाही सवारी के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। यात्रा के टाइम ये राजा-महाराजा के शाही रुतबे को प्रदर्शित करते थे।
Credit: Istock
काले घोड़ों को गतिशीलता और ताकत के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता रहा है। जल्दी दौड़ने की क्षमता इन्हें अलग बनाती है।
Credit: Istock
यात्रा के वक्त काले घोड़े का चुनाव ये भी दर्शाता था कि राजा-महाराजा इस यात्रा को राजसी सिंहासन की तरह देख रहे हैं।
Credit: Istock
यात्रा के दौरान राजा-महाराजा का जो चित्रण किया जाता है ज्यादातर वह काले घोड़े के साथ किया जाता था।
Credit: Istock
शाही परिवारों में काले रंग को एक मजबूत और शाही रंग का दर्जा प्राप्त था। विशेष प्रभुता के प्रभाव का अहसास इससे होता था।
Credit: Istock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स