Feb 17, 2025
उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में तुंगनाथ मंदिर स्थित है। समुद्र तल से लगभग 4 हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित ये मंदिर दुनिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है।
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तुंगनाथ मंदिर पंच केदार में से एक के रूप में फेमस है जो चौदह मुख्य कुमाऊंनी शिवलिंगों में से एक है। श्रद्धालुओं के दिल में तुंगनाथ मंदिर का विशेष स्थान है।
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इस मंदिर का इतिहास बेहद प्राचीन है। महाभारत में भी इसका वर्णन है। कहा जाता है कि पांडवों ने पाप मुक्ति के लिए भगवान शिव से यहां आशीर्वाद प्राप्त किया था।
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तुंगनाथ मंदिन की यात्रा से पहले इसका मतलब जानना बेहद जरूरी है। तुंगनाथ का अर्थ है शिव का शिखर जिसे शिव के त्रेतायुग के रूप में पूजा जाता है।
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तुंगनाथ मंदिर में देवों के देव महादेव की पूजा की जाती है। यहां एक बहुत पुराना शिवलिंग स्थित है। प्रकृति के नजदीक जाने का ये मौका देता है।
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ट्रैक के दौरान आसपास की प्राकृतिक सुंदरता आपका मन मोह लेगी। हिमालय की बर्फीली चोटियों का मनोरम दृश्य आपको हैरान कर देगा।
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ट्रैकिंग और एडवेंचर के शौकीन लोगों के लिए ये यात्रा बेहद मनोरम रहने वाली है। ट्रैकिंग के दौरान थकान के अलावा आप मानसिक शांति और ताजगी महसूस करेंगे।
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तुंगनाथ मंदिर आने के लिए सबसे पहले आपको चोपता आना होगा। चोपता से तुंगनाथ की दूरी तकरीबन 3.5 किलोमीटर है जिसे ट्रैक करके जाया जाता है।
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गर्मियों के महीने अप्रैल से नवम्बर तक का समय तुंगनाथ मंदिर की यात्रा के लिए बेस्ट होता है। सर्दियों के दौरान मंदिर का मार्ग बंद रहता है।
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