Nov 10, 2023
दिवाली के दौरान पटाखों से होने वाले वायु प्रदूषण की समस्या को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
Credit: iStock
दिल्ली और उसके आस-पास के क्षेत्र में अभी से पॉल्यूशन अपने चरम पर पहुंच गया है।
Credit: iStock
पटाखों से निकलने वाले रसायन और विषाक्त पदार्थ हवा को और अधिक खराब करते हैं।
Credit: iStock
सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और पार्टिकुलेट मैटर, वायु की गुणवत्ता खराब करते हैं।
Credit: iStock
ये प्रदूषण सांस संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकते हैं, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों पर इनका गंभीर असर पड़ता है।
Credit: iStock
इसके अतिरिक्त, वे धुंध के निर्माण, विजिबिलिटी को कम करने और वायु गुणवत्ता को और खराब करते हैं।
Credit: iStock
आतिशबाजी में जो हरा रंग आप देखते हैं, वह बेरियम की उपस्थिति के कारण होता है।
Credit: iStock
जबकि नीला रंग तांबे का परिणाम होता है, और नारंगी रंग कैल्शियम की मदद से बनता है।
Credit: iStock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स