May 19, 2024
सोना खरीदते वक्त मन में कई सवाल उठते रहते हैं कि कहीं सोने के गहने नकली तो नहीं है।
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इन्हीं मुश्किलों का आसान करने के लिए सरकार ने गोल्ड ज्वैलरी के लिए हॉलमार्किंग को जरूरी कर दिया है।
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इसे सोने का क्वालिटी के आधार पर सोने पर मार्क लगा होगा। इससे आप गोल्ड की शुद्धता की पहचान कर पाएंगे।
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BIS मार्क बीआईएस की ओर से दिया जाता है, जो भारत में सरकार की ओर से अप्रूव्ड एक एजेंसी है।
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इसके लिए त्रिभुज के आकार का एक हॉलमार्क दिया जाता है, जो सोने की शुद्धता बताता है।
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ज्वैलरी पर गोल्ड के कैरेट लिखे होते हैं, चाहे वो 24 हो या 22, 18 कैरेट का सबसे फाइन गोल्ड होता है।
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लेकिन ज्वैलरी में 22 कैरेट होता है, क्योंकि ज्वैलरी बनाने के लिए उसमें जिंक का इस्तेमाल किया जाता है।
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कैरेट और BIS हॉलमार्क के साथ हॉलमार्किंग नंबर भी लिखे होते हैं, जो आप फोटो के जरिए समझ सकते हैं।
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यह बीआईएस की ओर से दिए गए नंबर होते हैं, जो भी ज्वैलरी पर दर्ज होते हैं।
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