Jun 12, 2024
इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। इस दौरान पावर कट की समस्या भी बढ़ गई है।
Credit: iStock
अगर पावर कट जानबूझकर किया जा रहा है, तो बिजली वितरण कंपनियों हर्जाना देना पड़ सकता है
Credit: iStock
2020 में अधिसूचित विद्युत (उपभोक्ताओं के अधिकार) नियम, 2020 के अनुसार कुछ स्टैंडर्ड तय किए गए हैं।
Credit: iStock
अगर बिजली वितरण कंपनी राज्य विद्युत आयोग द्वारा निर्धारित शर्तों को पूरा करती है, हर्जाना देना पड़ेगा।
Credit: iStock
अगर विद्युत आयोग द्वारा तय बिजली की पावर कट से अधिक बिजली जाती है, तो हर्जाना की मांग कर सकते हैं।
Credit: iStock
बिजली के कनेक्शन, डिस्कनेक्शन, रीकनेक्शन, शिफ्टिंग में तय समय से अधिक पर हर्जाना मांग सकते हैं।
Credit: iStock
कंज्यूमर डिटेल्स में बदलाव और खराब मीटर को बदलने में अगर तय समय से अधिक इंतजार करना पड़े।
Credit: iStock
अगर बिजली की रुकावटें निर्धारित सीमा से अधिक होती हैं, तो नियम उपभोक्ताओं के लिए हर्जाना अनिवार्य करते हैं।
Credit: iStock
हर्जाना का कैलकुलेशन तय सीमा से परे रुकावटों की अवधि के लिए प्रति घंटे की जाती है। यह कंज्यूमर कैटेगरी के हिसाब से होता है।
Credit: iStock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स