Jan 19, 2023
सिम स्वैपिंग से होने वाला फ्रॉड तेजी से बढ़ रहा है। आए दिन ऐसे मामले सामने आते हैं, जब फोन पर एक ओटीपी के जरिए पूरा अकाउंट खाली कर दिया जाता है। ऐसे में अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि आखिर क्या होता है सिम स्वैपिंग।
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सिम कार्ड को बदलकर किए जाने वाले फ्रॉड को सिम कार्ड स्वैपिंग कहा जाता है। यह एक ऐसी तकनीक है, जिससे जालसाझ आपके सिम का डुप्लीकेट तैयार करते हैं यानी आपके मोबाइल नंबर से एक नये सिम का रजिस्ट्रेशन करते हैं।
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इससे आपका सिम कार्ड बंद हो जाता है और जालसाझ के पास आपका सिम एक्टिव हो जाता है।
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इसके लिए हैकर्स सबसे पहले फर्जी ईमेल से आपको निशाना बनाते हैं और आपके नेट बैंकिंग अकाउंट की डिटेल हासिल कर लेते हैं।
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इसके बाद इन्हें आपके मोबाइल नंबर की जरूरत होती है। इसके लिए ये लोग टेलीकॉम कंपनी का एग्जीक्यूटिव बनकर आपको मैसेज या कॉल करते हैं।
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इस फोन से ये लोग सिम स्वैप करने के लिए आधार नंबर या जरूरी जानकारी प्राप्त कर लेते हैं।
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वहीं कई बार आपको एक लिंक मैसेज करते हैं। आप जैसे ही इस लिंक पर क्लिक करते हैं। ध्यान रहे आप जैसे ही इस लंक पर क्लिक करेंगे आपका अकाउंट खाली हो जाएगा।
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यदि आपको लगता है कि आपके नंबर से सिम स्वैपिंग की कोशिश की जा रही है, को तुरंत इसकी शिकायत सिम कंपनियों में करें। इसके अलावा आप पास के थाने में भी सूचित कर सकते हैं।
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साथ ही ध्यान रहे मोबाइल पर आने वाले किसी भी मैसेज या ओटीपी पर बिना सोचे समझे क्लिक ना करें।
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