Jul 26, 2023
आपने ट्रेन और प्लेन में सफर किया होगा, पर कभी गौर किया कि इन्हें चलाने वालों पर कितनी बड़ी जिम्मेदारी होती है
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ट्रेन ड्राइवर को लोको पायलट कहते हैं, जबकि प्लेन उड़ाने वाले को पायलट ही कहा जाता है
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इन दोनों के कुछ काम एक जैसे हैं। जैसे कि अपने-अपने वाहनों को सही सलामत डेस्टिनेशन तक पहुंचाना
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लोको पायलट मैकेनिकल ऑपरेशन पर ध्यान देते हैं, जबकि पायलट को फ्यूल पर खास ध्यान देना होता है
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लोको पायलट को ट्रेन की स्पीड ध्यान में रखनी होती है, जबकि पायलट मौसम पर बारीक नजर रखते हैं
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इंजन पटरी से न उतरे इसके लिए लोको पायलट एक खास ट्रैक फॉलो करते हैं
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पायलटों को एयर नेविगेशन की मदद से जहाज को सही दिशा में रखना होता है
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लोको पायलट रेल मुख्यालय और पायलट एयर ट्रैफिक कंट्रोल के संपर्क में रहता है
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भारत में Pilot की मंथली सैलरी 5-10 लाख रु और लोको पायलट की सैलरी 1 लाख रु तक होती है
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