ट्रेन ड्राइवर और प्लेन पायलट में किसका काम मुश्किल, सुनकर घूम जाएगा दिमाग

Kashid Hussain

Jul 26, 2023

​कितनी बड़ी जिम्मेदारी​

आपने ट्रेन और प्लेन में सफर किया होगा, पर कभी गौर किया कि इन्हें चलाने वालों पर कितनी बड़ी जिम्मेदारी होती है

Credit: iStock

पायलट और लोको पायलट

ट्रेन ड्राइवर को लोको पायलट कहते हैं, जबकि प्लेन उड़ाने वाले को पायलट ही कहा जाता है

Credit: iStock

​डेस्टिनेशन तक पहुंचाना​

इन दोनों के कुछ काम एक जैसे हैं। जैसे कि अपने-अपने वाहनों को सही सलामत डेस्टिनेशन तक पहुंचाना

Credit: iStock

​मैकेनिकल ऑपरेशन​

लोको पायलट मैकेनिकल ऑपरेशन पर ध्यान देते हैं, जबकि पायलट को फ्यूल पर खास ध्यान देना होता है

Credit: iStock

Kargil Vijay Diwas

​मौसम पर बारीक नजर ​

लोको पायलट को ट्रेन की स्पीड ध्यान में रखनी होती है, जबकि पायलट मौसम पर बारीक नजर रखते हैं

Credit: iStock

​ट्रैक को करना होता है फॉलो​

इंजन पटरी से न उतरे इसके लिए लोको पायलट एक खास ट्रैक फॉलो करते हैं

Credit: iStock

​एयर नेविगेशन​

पायलटों को एयर नेविगेशन की मदद से जहाज को सही दिशा में रखना होता है

Credit: iStock

​एयर ट्रैफिक कंट्रोल ​

लोको पायलट रेल मुख्यालय और पायलट एयर ट्रैफिक कंट्रोल के संपर्क में रहता है

Credit: iStock

कितनी होती है सैलरी

भारत में Pilot की मंथली सैलरी 5-10 लाख रु और लोको पायलट की सैलरी 1 लाख रु तक होती है

Credit: iStock

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: एयर इंडिया से जुदा होगा महाराजा ! 76 साल पहले दोस्त की मूंछ ने बना दिया आइकॉन

ऐसी और स्टोरीज देखें