Apr 13, 2025
भारत में लोग किफायती होने की वजह से फ्लैट खरीदते हैं, क्योंकि जमीन से घर बनाना काफी महंगा है
Credit: Meta AI/iStock
फ्लैट की एवरेज अनुमानित लाइफ 30-50 साल मानी जाती है। उसके बाद इसे फिर से बनाने की जरूरत पड़ सकती है
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फ्लैट की लाइफ कई चीजों पर निर्भर है, जिनमें कंस्ट्रक्शन क्वालिटी और कंस्ट्रक्शन मैटेरियल (सीमेंट-स्टील आदि) की क्वालिटी शामिल हैं
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रेगुलर मैंटेनेंस, जैसे पेंटिंग और मरम्मत, फ्लैट की लाइफ को बढ़ा सकती है। वहीं जलवायु (जैसे नमी और तापमान) भी फ्लैट की दीवारों को नुकसान पहुंचाती हैं
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नींव की मजबूती और मिट्टी भी फ्लैट के टिकाऊपन को तय करते हैं। प्लंबिंग और इलेक्ट्रिकल सिस्टम की हालत लंबे समय तक फ्लैट के यूज को प्रभावित करती है
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घर के डिजाइन और स्ट्रक्चरल स्टैबिलिटी भी फ्लैट की लाइफ में अहम भूमिका निभाते हैं
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आस-पास के प्रदूषण और जंग का लेवल भी दीवारों और सतहों को खराब करता है। उससे घर को बचाएं
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रहने वालों का व्यवहार, जैसे भारी सामान का उपयोग, फ्लैट की आयु कम कर सकता है
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