Nov 8, 2024
भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है और रोजाना करोड़ों लोग ट्रेनों से सफर करते हैं।
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भारतीय ट्रेनें रोजाना करोड़ों यात्रियों के साथ सैंकड़ों-हजारों किलोमीटर का सफर तय करती हैं।
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भारतीय ट्रेनों के पहियों से आने वाली धड़क-धड़क की आवाज बहुत से लोगों के लिए मधुर संगीत जैसी होती है।
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भारतीय ट्रेनों के पहिये आमतौर पर कास्ट आयरन या फिर स्टील से बनाए जाते हैं और यह काफी मजबूत होते हैं।
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ट्रेन के पहियों का वजन 3 से 4 टन के बीच होता है जबकि ट्रेन के इंजन में लगे पहिये 5 टन जितने वजनी हो सकते हैं।
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लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि भारतीय ट्रेनों के पहियों को कितने समय बाद बदला जाता है?
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पैसेंजर ट्रेनों के पहियों को आमतौर पर 2-3 साल बाद बदल दिया जाता है और यह 1,12,654 से 1,60,954 किलोमीटर तक का सफर पूरा करते हैं।
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दूसरी तरफ मालगाड़ी के पहियों को आमतौर पर 7-8 साल बाद बदला जाता है और इस दौरान ये 2.50 लाख किलोमीटर का सफर पूरा करते हैं।
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