Oct 4, 2024
जिस तरह लोकल ट्रेनों को मुंबई की लाइफलाइन कहा जाता है वैसे ही मेट्रो दिल्ली की लाइफलाइन बन चुकी है।
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रोजाना लाखों लोग मेट्रो से अपना सफर तय करते हैं और अपनी मंजिल तक सुरक्षित और आरामदायक तरीके से पहुंचते हैं।
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मेट्रो का AC बहुत ही जबरदस्त कूलिंग करता है और ट्रेन में बैठने के बाद कुछ ही देर में आपका पसीना सुखाकर आपको शानदार कूलिंग मिलती है।
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लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मेट्रो में लगा AC कितने टन का होता है?
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मेट्रो में लगा AC इतना कारगर होता है कि यह बाहर 48 से 58 डिग्री सेल्सियस तापमान होने पर भी कोच में 25 डिग्री का तापमान बनाये रख सकता है।
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मेट्रो में मौजूद AC की क्षमता 12 टन होती है और यह 42.2 किलोवाट बिजली का इस्तेमाल करता है।
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इस तरह एक घंटे के भीतर मेट्रो का AC लगभग 42 यूनिट बिजली का इस्तेमाल करता है।
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मेट्रो का AC बहुत ही एडवांस्ड टेक्नोलॉजी से लैस होता है और इसमें सेंसर लगे होते हैं जो कोच में मौजूद नमी, तापमान अदि को मापकर तापमान कण्ट्रोल करते हैं।
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