Dec 24, 2024
भारत का रेल नेटवर्क दुनिया के सबसे बड़े ट्रेन नेटवर्क में से एक ह, जिसमें रोजाना लाखों लोग सफर करते हैं।
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आपने भी ट्रेन से सफर करते हुए ये गौर किया होगा कि आमतौर पर जनरल कोच ट्रेन के आगे या पीछे की तरफ होते हैं।
लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि जनरल कोच कभी ट्रेन के बीच में क्यों नहीं लगाया जाता है?
ट्रेन संचालन नियमों के अनुसार, प्रत्येत डिब्बे का स्थान रेलवे नियमों के अनुसार ही तय किया जाता है।
आमतौर पर इंजन के पीछे एसी-3, एसी-2, स्लीपर कोच और ट्रेन के अंत में जनरल डिब्बे फिट किए जाते हैं।
ट्रेन के जनरल कोच में सबसे ज्यादा भीड़ होती है। हर स्टेशन पर इसी कोच में सबसे अधिक यात्री चढ़ते और उतरते हैं।
ऐसे में अगर ट्रेन के बीच में जनरल कोच जोड़े जाएंगे तो ट्रेन के बीच में ज्यादा वजन होगा और ट्रेन संतुलित नहीं रहेगी।
वहीं, ट्रेन के आगे और पीछे जनरल कोच लगाने से यात्रियों की भीड़ सामान्य रूप से विभाजित हो जाती है और किसी व्यवस्था पर असर नहीं पड़ता।
इसके अलावा आपात स्थिति में बड़ी संख्या में यात्रियों वाले इन डिब्बों से लोगों को तुरंत निकाला जा सकता है।
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