Dec 17, 2024
हाईवे से लेकर एक्सप्रेस-वे तक आपने सफर तो किया ही होगा। इस दौरान बहुत सी ऐसी चीजें दिखाई देती हैं जिन्हें लगाने की वजह लोगों को नहीं पता चल पाती है।
Credit: Social-Media/Istock
आपने सड़क पर लगे रिफलेक्टर्स को देखा ही होगा जो रात में काफी चमकते रहते हैं। कुछ रिफलेक्टर्स जलते-बुझते भी दिखाई देते हैं।
Credit: Social-Media/Istock
क्या आपने रिफलेक्टर्स को देखने के बाद सोचा है कि इनमें लाइट कहां से आती है ? और इनमें कौन सा मैकेनिज्म यूज़ होता है ?
Credit: Social-Media/Istock
इन रिफ्लेक्टर्स को रोड स्टड कहते हैं जो कि, दो प्रकार के होते हैं- एक्टिव और पेसिव रिफलेक्टर्स।
Credit: Social-Media/Istock
एक्टिव रिफलेक्टर्स बिजली चालित होते हैं। इनमें LED के जरिए लाइट जलती है, रात होने पर ये खुद ही जलती हैं और दिन में बंद रहती हैं।
Credit: Social-Media/Istock
पेसिव रिफलेक्टर्स रेडियम वाले रिफलेक्टर्स होते हैं। इनमें दोनों तरफ रेडियम की पट्टी होती है। अंधेरे में वाहनों की लाइट पड़ते ही ये चमकने लगते हैं।
Credit: Social-Media/Istock
लाइट वाले रिफलेक्टर्स में सोलर पैनल व एक बैटरी लगी होती है। जो दिन में सौर ऊर्जा से चार्ज हो जाती है और रात में खुद ही जलती है। इनको तार की जरूरत नहीं होती।
Credit: Social-Media/Istock
रिफलेक्टर की लाइट्स ऑटोमेटिक होती हैं। ये लाइट में लगे एलडीआर और सेंसर द्वारा काम करती हैं।
Credit: Social-Media/Istock
अंधेरा होते ही रिफलेक्टर की लाइट्स सेंसर के माध्यम से खुद ही जल जाती हैं। वहीं, दिन होने पर खुद ही बंद हो जाती हैं।
Credit: Social-Media/Istock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स