Dec 20, 2022
By: प्रशांत श्रीवास्तवसैफरॉन क्रोकस (SAFFRON CROCUS) फूल से निकले वाले केसर की बाजार में करीब 1000 डॉलर/पाउंड कीमत होती है। यानी भारतीय बाजार में इसकी कीमत करीब 1 लाख से 2 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक होती है।
यह दुनिया की खत्म होने वाली प्रजातियों में से एक है। मलेशिया में केवल पाई जाती है। इसके एक तने की कीमत 5000 डॉलर यानी करीब 4 लाख रुपये के बराबर है।
इसे उगाने में 15 साल लगे थे और साल 2006 के चेल्सा फूल समारोह में इसे प्रदर्शित किया गया था। जहां इसकी कीमत 1.58 करोड़ डॉलर यानी करीब 93 करोड़ रुपये थी।
शेनजेन नांगके ऑर्चिड (Shenzhen nongke orchid) बेहद खास है और इसे प्रोसेस करने में 8 घंटे का वक्त लगता है। इसकी कीमत 2005 में करीब 86 लाख रुपये थी।
वियतनाम के रूबी प्लाजा में यह बुके मौजूद है। इसमें 100 साल पुराने फिकस के साथ लिली, आर्चिड और मून फ्लॉवर लगाए गए हैं। इसकी कीमत आज के समय में करीब एक करोड़ (1.25 लाख डॉलर) रुपये है।
श्रीलंका में पाए जाने वाला काडूपुल फूल अमूल्य है। क्योंकि यह केवल कुछ घंटों के लिए खिलता है। इसलिए कोई खरीद नहीं सकता है।
17 वीं शताब्दी के बाद से दुनिया भर में इस फूल की मांग बढ़ी है। जिससे इसकी कीमते परवान चढ़ी, हालांकि अब यह बहुत महंगा नहीं रह गया है। भारत के कश्मीर में इसकी खेती होती है।
यह फूल शादी और समारोह में अब काफी इस्तेमाल किया जाने लगा है। 20-60 डॉलर प्रति पौधा इसकी कीमत होती है। यानी 1000-1600 रुपये में इसका पौधा मिलता है।
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