Dec 15, 2024
दैनिक जीवन में आपने चर्चा और परिचर्चा जैसे शब्द सुने होंगे।
Credit: Social-Media/Istock
क्या आपको पता है कि, चर्चा और परिचर्चा के बीच में तकनीकी अंतर हैं, जिनका प्रयोग आजकल लोग कहीं भी कर देते हैं। अगर आप हास्य का पात्र बनने से बचना चाहते हैं तो चर्चा और परिचर्चा के बीच का अंतर जान लें।
Credit: Social-Media/Istock
यह सवाल पूछने पर कई लोग जानकारी के अभाव में गलती कर जाते हैं।
Credit: iStock
यह अंतर हिन्दी के जानकार डॉ. पृथ्वीनाथ पांडेय ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है जो कि सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है।
Credit: Social-Media/Istock
संस्कृत का स्त्रीलिंग-शब्द चर्चा, ‘चर्च्’ धातु का शब्द है, जिसका अर्थ ‘चर्चा करना’ है।
Credit: Social-Media/Istock
यानी कि, किसी विषय अथवा किसी व्यक्ति पर किया जानेवाला वार्त्तालाप ‘चर्चा’ कहलाती है।
Credit: Social-Media/Istock
शब्द भी संस्कृत का स्त्रीलिंग-शब्द परिचर्चा, ‘परि’ उपसर्ग से जुड़कर बना है। ‘परि’ शब्द का अर्थ है, ‘चारों ओर’।
Credit: Social-Media/Istock
यानी जिस विषय पर समग्र में चर्चा की जाती है या सामूहिक विचार किया जाता है उसे परिचर्चा कहा जाता है।
Credit: Social-Media/Istock
अब आप ये जानकारी अपने दोस्तों और स्वजन को भी भेज सकते हैं।
Credit: Social-Media/Istock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स