कुंभ और महाकुंभ में क्‍या अंतर है, नहीं जाना तो जरूर पछताएंगे

Shaswat Gupta

Jan 1, 2025

महाकुंभ 2025

सनातन धर्म की आस्‍था का सबसे बड़ा पर्व यानी महाकुंभ 13 जनवरी 2025 से प्रयागराज में आयोजित होने जा रहा है। यह महाकुंभ मेला 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा।

Credit: Social-Media/Istock

कुंभ मेले की खास बात

क्‍या आपको पता है

मगर क्‍या आपको पता है कि, कुंभ और महाकुंभ में क्‍या अंतर है ? अगर आपको नहीं पता है तो आज जरूर जान लें..

Credit: Social-Media/Istock

कुंभ मेला

प्रत्‍येक 3 साल में हरिद्वार, उज्जैन, प्रयागराज और नासिक में एक बार होने वाला मेला कुंभ कहलाता है।

Credit: Social-Media/Istock

अर्द्धकुंभ और पूर्णकुंभ

हरिद्वार और प्रयागराज में प्रत्‍येक 6 वर्ष में होने वाला मेला अर्द्धकुंभ व प्रयागराज में प्रत्‍येक 12 साल में आयोजित वाला मेला पूर्णकुंभ कहलाता है।

Credit: Social-Media/Istock

कुंभ आयोजन की प्रक्रिया

प्रत्येक 12 वर्ष में पूर्णकुंभ का आयोजन होता है। अगर उज्जैन में कुंभ चल रहा है तो उसके बाद 3 साल बाद हरिद्वार फिर अगले 3 वर्ष बाद प्रयागराज और फिर अगले तीन वर्ष बाद नासिक में कुंभ का आयोजन होगा। उसके तीन वर्ष बाद फिर से उज्जैन में कुंभ का आयोजन होगा।

Credit: Social-Media/Istock

पूर्णकुंभ

जब हरिद्वार, नासिक या प्रयागराज में 12 वर्ष बाद कुंभ का आयोजन होगा तो उसे पूर्णकुंभ कहेंगे।

Credit: Social-Media/Istock

12 वर्षों में ही क्‍यों ?

हिन्‍दू पंचांग के अनुरूप देवताओं के 12 दिन अर्थात मनुष्यों के 12 वर्ष माने गए हैं इसीलिए पूर्णकुंभ का आयोजन भी प्रत्येक 12 वर्ष में ही होता है।

Credit: Social-Media/Istock

महाकुंभ को जानें

प्रत्येक 144 वर्षों में प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होता है। 12 पूर्णकुंभ के बाद महाकुंभ आता है। सभी कुंभ में इसे सबसे महत्वपूर्ण माना गया है और इसमें भाग लेने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।

Credit: Social-Media/Istock

डिस्‍क्‍लेमर

इस लेख में किए गए दावे और वर्णित कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। टाइम्‍स नाउ नवभारत इस लेख में की गई बातों की पुष्टि नहीं करता है। लेख में उल्लिखित जानकारी पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/दंतकथाओं से ली गई है। इस सूचना को अंतिम सत्य न मानें बल्कि, स्‍वविवेक का उपयोग करें। टाइम्‍स नाउ नवभारत अंधविश्वास के खिलाफ है।

Credit: Social-Media/Istock

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: व्यूज में कहां है असली न्यूज, सिर्फ तेज तर्रार लोग ही ढूंढ पाएंगे

ऐसी और स्टोरीज देखें