​​किताबों का शेप चौकोर ही क्यों होता है, वजह सुन दिमाग हिल जाएगा​

Shaswat Gupta

Jan 23, 2025

​​एक दोस्‍त=किताब​​



ऐसा कहा जाता है कि, 'किताबें इंसान की सबसे अच्‍छी दोस्‍त होती हैं।' फिर चाहे वो किसी भी विषय पर आधारित क्‍यों न हो।

Credit: Istock/Social Media

​​किताबों का प्रेम​​



हर शख्‍स अपने जीवन में कई प्रकार की किताबों का अध्‍ययन करता है। बचपन में पढ़ाई के लिए किताबों से शुरू हुआ सफर बुढ़ापे में समाचार पाने इत्‍यादि तक पहुंच जाता है।

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​​सवाल पर करें गौर​​



क्‍या आपने कभी ध्‍यान दिया है कि, हर किताब का आकार अमूमन चौकोर रहता है ? अगर आपको नहीं पता है तो आज हम आपको इस सवाल का जवाब देंगे।

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​​4 कारण​​


दरअसल, किताबों की चौकोर आकृति के पीछे एक या दो नहीं बल्कि 4 कारण हैं। आज हम आपको सभी के बारे में बताएंगे।

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​​पहला कारण: सहूलियत​​



सबसे पहला कारण है कि, चौकोर किताबों को पढ़ने में सहूलियत होती है। यदि इन्‍हें एक हाथ से पकड़ा जाए तो दूसरे हाथ से पन्नों को पलटते हैं।

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​​दूसरा कारण: किताबों का खुलना​​



किताबों की आकृति चौकोर होने से इन्‍हें आसानी से खोला और बंद किया जा स��ता है।

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​​तीसरा कारण: संग्रहण​​



चौकोर किताबें आराम से स्टोर यानी संग्रहित की जा सकती हैं। इन्हें आसानी से एक दूसरे के ऊपर रख सकते हैं।

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​​चौथा कारण: कचरे में कमी​​



कागज का उत्पादन च���कोर शीट्स पर होता है, ऐसे में काटने और मोड़ने में वेस्‍टेज काफी कम होता है। यदि इनका आकार गोल होगा तो वेस्‍टेज ज्‍यादा होगी और लागत भी ज्‍यादा लगेगी।

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