गोरखपुर में जब हाथी ने किया तांडव, जानें क्यों करते हैं हमला

Feb 17, 2023

By: ललित राय

4500 साल पुराना रिश्ता

हाथी और इंसानों का रिश्ता साढ़े चार हजार साल पुराना है। सामान्य तौर हाथी शांत व्यवहार करते हैं। रौद्र रूप धारण करने पर सामना करना मुश्किल होता है।

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मेटिंग सीजन में नर हाथी ज्यादा आक्रामक

नर हाथी मेटिंग सीजन में अधिक आक्रामक होते हैं,वो किसी भी चीज को अपना शिकार बना सकते हैं। दूसरे जानवर, यहां तक पेड़ भी गुस्से का सामना करना पड़ता है।

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इस खास हार्मोन का असर

मेटिंग सीजन में टेस्टोस्टेरान का स्राव अधिक होता है और उसकी वजह से हाथी अधिक आक्रामक हो जाते हैं। उस फेज से निकलने के बाद शांत हो जाते हैं।

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मादा हाथी इस समय अधिक खतरनाक

Why do elephants attack humans

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ये भी हैं कुछ खास वजह

तेज आवाज, रोशनी और या उकसाने की वजह से आक्रमकता बढ़ती है।यूपी के गोरखपुर में आक्रामक हाथी ने तीन लोगों की जान ले ली थी। हाथी को नींद का इंजेक्शन लगा कर काबू में पाया गया।

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दो तरह के हाथी

हाथी के दो वर्ग हैं, पहला एशियाई और दूसरा अफ्रीकी। एशियाई हाथी करीब साढ़े तीन मीटर ऊंचे और वजन 5500 किलोग्राम होता है।

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अफ्रीकी हाथी ज्यादा वजनी

अफ्रीकी हाथियों की ऊंचाई सामान्य तौर पर तीन से चार मीट और वजन 8 हजार किलोग्राम से अधिक होता है।

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सूंड़ में इतनी ताकत

हाथी की सूंड की ताकत 1.5 लाख मांसपेशियों की ताकत के बराबर होती है। एडल्ट हाथी के सूंड का वजन 130 किलो और 2क्विंटल से अधिक भार उठाने में सक्षम

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